आज की तेज़-रफ़्तार ज़िंदगी में हर कोई किसी न किसी तनाव से गुज़र रहा है। कभी काम का दबाव, कभी पारिवारिक परेशानी, तो कभी रिश्तों में दरार — ये सब हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालते हैं। जब यह तनाव लंबे समय तक बना रहता है और हमारे सोचने-समझने व जीने के तरीके को प्रभावित करने लगता है, तब उसे डिप्रेशन (Depression) कहा जाता है। डिप्रेशन क्या है? डिप्रेशन एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति लगातार उदासी, निराशा और मन में खालीपन महसूस करता है। यह केवल “दुखी होना” नहीं है, बल्कि एक मानसिक बीमारी है जो व्यक्ति के विचार, व्यवहार, नींद, भूख और जीवन जीने की इच्छा तक को प्रभावित करती है। डिप्रेशन के प्रमुख लक्षण अगर कोई व्यक्ति नीचे दिए गए लक्षण 2 सप्ताह से अधिक समय तक महसूस कर रहा है, तो यह डिप्रेशन के संकेत हो सकते हैं — हर समय उदासी या रोने की भावना किसी भी चीज़ में रुचि या खुशी महसूस न होना नींद का कम या ज़्यादा होना भूख में कमी या ज़रूरत से ज़्यादा खाना लगातार थकान और ऊर्जा की कमी खुद को बेकार या दोषी महसूस करना ध्यान न लगना या निर्णय लेने में कठिनाई बार-बार आत्महत्या के विचार आना इन लक्षण...
आज की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में हार्ट अटैक (Heart Attack) यानी दिल का दौरा, सबसे आम लेकिन खतरनाक बीमारियों में से एक बन चुका है। पहले यह समस्या ज़्यादातर बुज़ुर्गों में देखी जाती थी, लेकिन अब यह युवा पीढ़ी में भी तेजी से बढ़ रही है। एक स्वस्थ हृदय पूरे शरीर में ऑक्सीजनयुक्त रक्त पहुँचाता है। लेकिन जब हृदय की धमनियों (arteries) में रुकावट या ब्लॉकेज आ जाता है, तो रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है — और यही हार्ट अटैक का कारण बनता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे — 👉 हार्ट अटैक के लक्षण 👉 इसके मुख्य कारण 👉 और इससे बचाव के आसान उपाय हार्ट अटैक क्या होता है? हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय तक रक्त पहुँचाने वाली कोरोनरी धमनियाँ (Coronary Arteries) किसी कारणवश अवरुद्ध हो जाती हैं। यह रुकावट प्रायः कोलेस्ट्रॉल, वसा (Fat) या थक्के (Clot) की वजह से बनती है। जब यह ब्लॉकेज अधिक बढ़ जाता है, तो हृदय की मांसपेशियों तक रक्त नहीं पहुँच पाता — जिससे हृदय की कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त या मृत होने लगती हैं। इसे ही हार्ट अटैक या मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial Infarction) कहा जाता है। हार्ट अटैक के मुख्य लक्...