आज की तेज़ रफ़्तार जीवनशैली में संतुलित भोजन की कमी, अनियमित रूटीन और प्रोसेस्ड खाने की आदतों के कारण शरीर में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व कम होते जा रहे हैं। इन्हीं पोषक तत्वों में एक है विटामिन B12, जो शरीर की ऊर्जा, खून बनाने, मस्तिष्क के कार्य और नसों के स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है। इसकी कमी होने पर शरीर कई तरह के संकेत भेजता है जिन्हें अक्सर लोग सामान्य कमजोरी या काम के तनाव का एक हिस्सा समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
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Image Source: Pexelsइस ब्लॉग में हम समझेंगे—विटामिन B12 की कमी क्या है, यह क्यों होती है, कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं, और इसे सही तरीके से कैसे पूरा किया जा सकता है।विटामिन B12 क्या है और यह क्यों जरूरी है?विटामिन B12 पानी में घुलने वाला एक आवश्यक विटामिन है। इसे शरीर स्वयं नहीं बना सकता, इसलिए इसे भोजन या सप्लीमेंट्स के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। यह मुख्य रूप से पशु-आधारित खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।इसका मुख्य काम है—• लाल रक्त कोशिकाएँ बनाने में मदद• नसों को स्वस्थ रखना• मस्तिष्क के कार्य को सपोर्ट करना• थकान कम करना• डीएनए निर्माण में सहायतायदि यह विटामिन लंबे समय तक कम रहे, तो शरीर में कमजोरी, सुन्नपन जैसी समस्याएँ शुरू हो सकती हैं।विटामिन B12 की कमी क्यों होती है? (मुख्य कारण)यह कमी कई कारणों से हो सकती है। कुछ आम कारण नीचे दिए गए हैं:1. आहार में कमीशाकाहारी या वेगन लोगों में B12 की कमी अधिक पाई जाती है, क्योंकि यह विटामिन मुख्य रूप से दूध, दही, चीज़, अंडे और मांस जैसे खाद्य पदार्थों में मिलता है।2. पाचन तंत्र से विटामिन का खराब अवशोषणकई बार भोजन में विटामिन मौजूद होने के बावजूद शरीर उसे सही से अवशोषित नहीं कर पाता।यह पेट की समस्याओं, एसिड कम बनने या आंतों के कमजोर होने के कारण हो सकता है।3. उम्र बढ़ने के साथ कमी होनाउम्र बढ़ने पर शरीर का अवशोषण धीरे-धीरे कम होता है।इस कारण बुजुर्ग लोगों में इसकी कमी अधिक देखी जाती है।4. दवाइयों का प्रभावकुछ दवाइयाँ—जैसे एसिडिटी की दवाइयाँ, डायबिटीज की दवाइयाँ—B12 के अवशोषण को कम कर सकती हैं।5. पेट या आंतों से जुड़ी सर्जरीजिन लोगों की पेट से संबंधित कोई सर्जरी हुई है, उनमें यह विटामिन कम हो सकता है।6. अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड का सेवनजंक फूड और पैकेट वाले खाने से शरीर को आवश्यक विटामिन नहीं मिलते।विटामिन B12 की कमी के लक्षण (Symptoms)यदि शरीर में B12 कम हो जाए, तो वह कई तरह के संकेत देता है। ये संकेत धीरे-धीरे भी आ सकते हैं और अचानक भी।1. कमजोरी और थकानसबसे पहला और आम लक्षण है जल्दी थक जाना।कम B12 से खून की मात्रा प्रभावित होती है, जिससे ऊर्जा कम महसूस होती है।2. चक्कर आना और सांस फूलनारक्त कोशिकाओं की कमी के कारण ऑक्सीजन कम पहुंचती है, जिससे चक्कर आ सकते हैं।3. हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपनB12 नसों को मजबूत रखता है।इसकी कमी से पैरों और हाथों में सुन्नपन या हल्की झुनझुनी महसूस हो सकती है।4. याददाश्त कमजोर होनाकुछ लोग भूलने की समस्या या ध्यान केंद्रित न कर पाने की शिकायत करते हैं।5. मूड बदलना या चिड़चिड़ापनकम B12 से मानसिक संतुलन प्रभावित हो सकता है, जिससे मूड स्विंग्स हो सकते हैं।6. जीभ में जलन (Glossitis)जीभ लाल, सूजी हुई या दर्दनाक महसूस हो सकती है।7. त्वचा पीली दिखनाखून की गुणवत्ता कम होने पर चेहरा हल्का पीला या फीका दिख सकता है।8. भूख कम लगनाकई बार पाचन कमजोर होने से भूख कम हो जाती है।9. बाल झड़ना या नाखून कमजोर होनाकम B12 से बाल और नाखूनों की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है।विटामिन B12 की कमी कैसे पता करें?इस विटामिन की कमी का पता साधारण खून की जाँच (Blood Test) से लगाया जा सकता है।यदि लक्षण लंबे समय से बने हुए हैं, तो डॉक्टर जांच की सलाह देते हैं।विटामिन B12 की कमी को पूरा कैसे करें? (उपचार और उपाय)यह कमी सरल आहार और दिनचर्या में बदलाव से काफी हद तक सुधारी जा सकती है।1. B12 से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करेंनॉन-वेज खाने वालों के लिए:• अंडा• मछली• चिकन• दही• दूध• चीज़शाकाहारी लोगों के लिए:• दूध और दही• चीज़• सोया दूध (फोर्टिफाइड)• फोर्टिफाइड अनाज• पोषण खमीर (Nutritional Yeast)फोर्टिफाइड का मतलब—कंपनियाँ उन खाद्य पदार्थों में B12 मिलाती हैं जिनमें प्राकृतिक रूप से B12 नहीं होता।2. पाचन मजबूत रखेंकई लोगों में असल समस्या आहार नहीं बल्कि अवशोषण होती है।इसलिए—• बहुत ज्यादा चाय-कॉफी न पिएँ• जंक फूड कम करें• रोज थोड़ा व्यायाम करें• अधिक पानी पिएँजब पाचन मजबूत होगा, तब विटामिन शरीर में ठीक से अवशोषित होगा।3. तनाव कम करेंलगातार मानसिक तनाव शरीर के पोषक तत्वों के उपयोग को प्रभावित करता है।योग, ध्यान और सुबह की वॉक इसमें मदद कर सकती है।4. सप्लीमेंट्स (यदि आवश्यक हो)कुछ लोगों को सिर्फ आहार से यह कमी पूरी नहीं होती।ऐसी स्थिति में डॉक्टर अक्सर विटामिन B12 की गोलियाँ या ड्रॉप्स लेने की सलाह देते हैं।कुछ मामलों में इंजेक्शन भी दिए जाते हैं—यह डॉक्टर की सलाह के अनुसार होता है।ध्यान रहे:सप्लीमेंट्स हमेशा डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।विटामिन B12 की कमी से बचाव कैसे करें?कुछ आसान सी आदतें इस कमी की संभावना को कम कर सकती हैं:✔ संतुलित भोजनहर दिन पोषक आहार लेना सबसे महत्वपूर्ण कदम है।✔ नियमित जांचयदि आप वेजिटेरियन हैं, तो साल में एक बार B12 की जांच करवाना अच्छा रहता है।✔ फोर्टिफाइड आहार अपनाएंइससे शाकाहारी लोगों को भी B12 आसानी से मिल सकता है।✔ पाचन का ध्यान रखेंखाने को ठीक से चबाएं, बहुत देर रात भोजन न करें।विटामिन B12 की कमी के लंबे समय तक रहने के नुकसानयदि इस कमी को लंबे समय तक नजरअंदाज किया जाए, तो—• नसों को नुकसान• लगातार कमजोरी• ध्यान कम होना• मूड समस्याएँजैसी परेशानियाँ बढ़ सकती हैं।इसलिए लक्षण दिखते ही आहार और जीवनशैली पर ध्यान देना जरूरी है।निष्कर्ष (Conclusion)विटामिन B12 शरीर के लिए एक बहुत जरूरी पोषक तत्व है, और इसकी कमी आज के समय में काफी आम होती जा रही है। अच्छी बात यह है कि इसे सही आहार, जीवनशैली और जरूरत पड़ने पर उचित सलाह के साथ आसानी से पूरा किया जा सकता है।यदि आपको लगातार थकान, सुन्नपन, चक्कर या मूड में बदलाव जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो इसे हल्के में न लें। समय पर ध्यान देने से समस्या बढ़ने से पहले ही समाधान मिल सकता है।आप हमारा एक और आर्टिकल पढ़ सकते हैं: 👉🏼 विटामिन D की कमी: कारण, लक्षण और उपचार | Vitamin D Deficiency in Hindi👉🏼 आपका शरीर कमजोर है या नहीं? इसके लक्षण, कारण और इलाज | Body Weakness Symptoms in Hindi |

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